Friday, August 14, 2009

तुझसे नाराज नहीं जिन्दगी हैरान हूं मै

यह ब्लॉग अक्षम बच्चों के संघर्ष को समर्पित है।
तुझसे नाराज नहीं जिन्दगी हैरान हूं मै/तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मै। तुम चुपचाप मुस्कुराकर जो सवाल कर देते हो मुझसे, अपनी मां से तो हमें खामोश कर देते हो और दुनिया के तमाम ज्ञानियों को निरुत्तर। तुम्हारी आंखों से जो प्यार छलकता है उसके आगे रोमियो-जूलियट, लैला-मजनू और सोनी-महिवाल का प्यार फीका है। मैं तुम्हारे मासूम निच्छल प्यार पर नतमस्तक हूं। तुम्हारे और तुम जैसे नन्हे पंखों के अंदर कल्पना का जो सैलाब है, मुझे उससे रू-ब-रू होने दो। तुम्हारी भावनाओं को बांटने का हक तुम मुझे दो। मैं उन लोगों को सलाम करता हूं जो लहरों के बीच फंसी तुम्हारी कश्ती को पार लगाने में तुम्हारे संघर्षों में साझीदार हैं और समाज के उस तपके से सवाल करता हूं जो तुम्हारे हिस्से का कोना दबाए बैठे हैं। ये कोना नजरिया मात्र है जिसे बदलने की अपील मैं करता हूं। मासूम नन्हे पंखों मैं तुम्हारे जज्बे को सलाम करता हूं। तुम्हारे अंदर के आकाश में जो सूरज छिपा है, उसे उगना ही होगा। तुम्हारा संघर्ष रंग लाएगा, तुम रोशन होगे, तुम चमकोगे, तुम खिलोगे, तुम्हारे हौसलों की उड़ान जरूर होगी मेरा विश्वास है।
अपील- हर गर्भवती प्रीनेटल टेस्ट जरूर कराएं।

6 comments:

Rahul Rathore said...

आप तथा आपके परिवार को जन्माष्टमी तथा स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई |

Vinay said...

श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। जय श्री कृष्ण!!
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INDIAN DEITIES

Urmi said...

पहले तो मैं आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती हूँ कि आपको मेरा ब्लॉग अच्छा लगा और आपकी टिपण्णी के लिए शुक्रिया! मेरे दूसरे ब्लोगों पर भी आपका स्वागत है!
बहुत बढ़िया लिखा है आपने! श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें और स्वतंत्रता दिवस की बधाई!

हरकीरत ' हीर' said...

अक्षम बच्चों के संघर्ष को समर्पित आपका ये ब्लॉग आपको ऊँचाइयों तक ले जाये और आप इसी तरह आगे बढ़ते रहे....!!

vandana gupta said...

aksham bachchon ke prati aapka yeh prayas wakai sarahniya hai.

amit said...

aksham bachchon ko leker jo app soch rakhte hain wo sach main kabile tareef hai. agar har insan ki soch apki soch jaise ho jaye to in nanhain painkhoin ki udaan nishcheet hai.