Wednesday, January 28, 2009

भीगी पलकें

हमारी पलकें उसे देखकर जब भीगती हैं उस वक्त भी कुशाग्र हमें देखकर मुस्कुराता रहता है।

1 comment:

Udan Tashtari said...

और मुस्कान भी कितनी प्यारी!

एक दिन ये मुस्कान ही आपकी मुस्कान का सबब बनेगी, हौसला रखिये.